बैंकहरूका लागि दोस्रो त्रैमास निकै जटिल
काठमाडौँ– अपेक्षित रूपमा निक्षेप संकलन हुन नसकेपछि पहिलो त्रैमासमै धीमा भएको ऋण विस्तारको गति दोस्रो त्रैमासमा अवरुद्ध हुन पुगेको छ । लगानीयोग्य पुँजीको अभाव सामना गरिरहेका बैंकहरूलाई यतिबेला दोस्रो त्रैमासको वासलातले चिन्तित तुल्याएको छ ।
पहिलो त्रैमासमा भने बैंकहरूले अघिल्लो वर्षको सोही अवधिको तुलनामा २४.०६ प्रतिशतले नाफा बढाएका छन् । एनआइसी एसिया, नबिल, ग्लोबल आइएमइ, राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक र एनएमबी बैंक गरी २७ मध्ये पाँच ओटा बैंकको नाफा पहिलो त्रैमासमा नै अर्ब रुपैयाँ माथि छ । गत वर्ष पहिलो त्रैमासमा अर्ब रुपैयाँमाथि नाफा आर्जन गरेको प्राइम बैंकको नाफा यो वर्ष केही घटेको भएपनि धेरै नाफा गर्नेमा छैटौं स्थानमा छ ।
सञ्चालनमा रहेका २७ वाणिज्य बैंकले कुल १८ अर्ब ११ करोड रुपैयाँ नाफा कमाएका छन्, अघिल्लो वर्षको पहिलो त्रैमास (साउन–असोज) मा यस्तो नाफा १४ अर्ब ६० करोड रुपैयाँ थियो ।
नेपाल राष्ट्र बैंकले कोभिड–१९ प्रभावित व्यवसायको ब्याज तिर्ने अवधि लम्ब्याइदिएका कारण बैंकहरूको ब्याज आम्दानीमा असर परेको थियो । गत आर्थिक वर्षभर नै नेपाल राष्ट्र बैंकले कोभिड–१९ प्रभावित ऋणी (व्यवसाय)ले कर्जाको पुनःसंरचना र पुनःतालिकीकरण गर्न सक्ने सुविधा प्रदान गरेको थियो ।
यस आर्थिक वर्षमा उक्त सुविधाले निरन्तरता पाएपनि अहिले बैंकको तजबिजीमा अर्थात् सम्बन्धित बैंकले मनासिब ठानेमा मात्र ऋणीहरूले उक्त सुविधा पाउने व्यवस्था छ ।
बैंक |
नाफा (२०७८–७९ को पहिलो त्रैमास) रुपैयाँ |
नाफा (२०७७–७८ को पहिलो त्रैमास) रुपैयाँ |
कर्जा-निक्षेप अनुपात % |
आधार दर % |
एनआइसी एसिया बैंक |
१ अर्ब १८ करोड |
१ अर्ब २ करोड |
८५.३२ |
७.४८ |
नबिल बैंक |
१ अर्ब ११ करोड २२ लाख ३५ हजार |
१ अर्ब ३ करोड |
८८.६४ |
६.११ |
ग्लोबल आइएमइ बैंक |
१ अर्ब ११ करोड २२ लाख २४ हजार |
१ अर्ब ५ करोड |
८९.१४ |
७.४१ |
राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक |
१ अर्ब ५ करोड |
८२ करोड ९२ लाख |
८२.८८ |
५.६३ |
एनएमबी बैंक |
१ अर्ब ४ करोड |
७३ करोड २९ लाख |
९१.२७ |
७.९६ |
प्राइम बैंक |
९७ करोड ७९ लाख |
१ अर्ब १ करोड |
९०.२५ |
८.२७ |
सिद्धार्थ बैंक |
९४ करोड ८७ लाख |
५० करोड |
८७.७५ |
७.५७ |
नेपाल इन्भेष्टमेन्ट बैंक |
९२ करोड ३७ लाख |
६२ करोड ३८ लाख |
९५.३७ |
६.७७ |
मेगा बैंक |
९१ करोड ४६ लाख |
६० करोड ७९ लाख |
९१.२१ |
९.८१ |
नेपाल बैंक |
७५ करोड ४८ लाख |
५५ करोड ४ लाख |
८६.२३ |
५.९३ |
सिटीजन्स बैंक |
६८ करोड ७४ लाख |
५१ करोड ५५ लाख |
८७.३९ |
८.११ |
प्रभु बैंक |
६३ करोड ६३ लाख |
८५ करोड |
८२.६४ |
७.६३ |
एभरेष्ट बैंक |
५७ करोड ८८ लाख |
३३ करोड ४७ लाख |
८६.३९ |
७ |
सानिमा बैंक |
५६ करोड ७८ लाख |
३७ करोड ३२ लाख |
८५.२५ |
७.४५ |
माछापुछ्रे बैंक |
५६ करोड १५ लाख |
३६ करोड ९ लाख |
८८.१० |
७.६३ |
लक्ष्मी बैंक |
५५ करोड २८ लाख |
३१ करोड २३ लाख |
८८.९४ |
७.५७ |
कुमारी बैंक |
५४ करोड ११ लाख |
६० करोड २५ लाख |
९२.१३ |
७.८८ |
एनसीसी बैंक |
५१ करोड ८० लाख |
३३ करोड ४५ लाख |
८९.९६ |
८.१२ |
कृषि विकास बैंक |
४८ करोड ५३ करोड |
४६ करोड १४ लाख |
८८.९९ |
७.१२ |
स्ट्याण्डर्ड चार्टर्ड बैंक |
४८ करोड १८ लाख |
४० करोड १३ लाख |
८८.०६ |
५.१८ |
हिमालयन बैंक |
४५ करोड २८ लाख |
३६ करोड ५९ लाख |
९३.५४ |
७.७३ |
सनराइज बैंक |
४३ करोड ७ लाख |
३८ करोड २९ लाख |
८४.६५ |
८.४० |
एनबी बैंक |
४१ करोड १६ लाख |
५७ करोड ११ लाख |
८७ |
७.५१ |
नेपाल एसबीआइ बैंक |
३७ करोड २९ लाख |
२० करोड ५ लाख |
९५.०८ |
८.११ |
सिभिल बैंक |
२९ करोड १८ लाख |
९ करोड ६६ लाख |
८७.९४ |
८.२६ |
सेञ्चुरी बैंक |
२७ करोड २४ लाख |
२२ करोड २ लाख |
८८.७ |
८.०९ |
ब्यांक अफ काठमान्डू |
२५ करोड ३४ लाख |
२४ करोड १४ लाख |
९०.४८ |
८.५६ |
कुल / औसत |
१८ अर्ब ११ करोड |
१४ अर्ब ६० करोड |
८८.६४ |
७.५३ |
बैंकहरूले प्रकाशित गरेको पहिलो त्रैमासको अपरिष्कृत वित्तीय विवरणमा आधारित
चालु आर्थिक वर्ष २०७८–७९ को पहिलो त्रैमासमा वाणिज्य बैंकहरूको निक्षेप ६३ अर्ब ७४ करोड रुपैयाँले बढ्दा ऋण भने २ खर्ब ७८ अर्ब १६ करोड रुपैयाँले वृद्धि भएको छ । असार मसान्तको तुलनामा असोज मसान्तसम्म ऋण साढे सात प्रतिशतले बढेको छ, गत वर्ष सोही अवधिको तुलनामा ५० प्रतिशतले बैंकको ऋण बढेको छ तर निक्षेप भने असारको तुलनामा जम्मा साढे १ प्रतिशतले मात्र बढेको छ ।
नेपाल राष्ट्र बैंकको नियामकीय व्यवस्था अनुसार अहिले कर्जा– निक्षेप अनुपात ९० प्रतिशत कायम गर्नुपर्छ । यसअघि कर्जा –स्रोत (निक्षेप र प्राथमिक पुँजी योग)को ८० प्रतिशतसम्म कर्जा लगानी गर्न पाउने व्यवस्था थियो । कर्जा –निक्षेप अनुपातसम्बन्धी नयाँ व्यवस्थासँगै अहिले बैंकहरूमा लगानीयोग्य पुँजीको अभाव भएको छ । दोस्रो त्रैमासदेखि बैंकहरूको ऋणविस्तार नगन्य छ ।
बैंक |
निक्षेप (अर्ब रुपैँया) |
ऋण (अर्ब रुपैँया) |
साउन-असोजको निक्षेप (अर्ब रुपैँया) |
साउन-असोजको कर्जा प्रवाह (अर्ब रुपैँया) |
राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक |
२४१.८९ |
२११.४० |
-२४.२६ |
१५.४० |
नबिल बैंक |
२३१.१४ |
१५७.५८ |
३.१२ |
१६.४८ |
एनआइसी बैंक |
३११.४४ |
२७७.८५ |
११.१९ |
१३.०१ |
सानिमा बैंक |
१४३.९४ |
१३२.१४ |
१३.०६ |
९.४५ |
सिद्धार्थ बैंक |
१९२.२० |
१८०.८६ |
७ |
१५.१८ |
एनबी बैंक |
८०.१४ |
७४.५४ |
-९.२४ |
२.९६ |
प्रभु बैंक |
१६८.३४ |
१४५.९२ |
-१.३९ |
३.६६ |
नेपाल बैंक |
१७३.६१ |
१५७.५८ |
१०.०५ |
१६.४८ |
नेपाल इन्भेष्टमेन्ट बैंक |
१७२.७२ |
१७३.६२ |
-३.३३ |
४.२५ |
प्राइम बैंक |
१६४.४३ |
१५०.८० |
४.२४ |
७.८२ |
एभरेष्ट बैंक |
१६४.४८ |
१४४.०७ |
३.५८ |
९.१२ |
कृषि विकास बैंक |
१५३.४१ |
१६५.७८ |
-९.५५ |
१४.३१ |
ग्लोबल आइएमइ बैंक |
२७७.०५ |
२६५.७१ |
-६.३० |
२३.२० |
एनएमबी बैंक |
१७५.६७ |
१७२.८२ |
९.२१ |
१४.७८ |
माछापुछ्रे बैंक |
१३४.६५ |
१२८.३४ |
०.१६ |
११.९७ |
स्ट्याण्डर्ड चार्टर्ड बैंक |
९४.०२ |
८३.७१ |
-१.९७ |
११.१२ |
मेगा बैंक |
१४८.२७ |
१४४.९३ |
२.९८ |
४.९६ |
कुमारी बैंक |
१६६.३४ |
१५७.६२ |
९.१६ |
११.०३ |
बीओके |
१०४.३५ |
१०४.६५ |
०.०३ |
५.३३ |
हिमालयन बैंक |
१५०.९० |
१४५.८२ |
१.५१ |
१२.९६ |
लक्ष्मी बैंक |
१२०.६४ |
११७.३५ |
३.०४ |
८.०६ |
सनराइज बैंक |
१३२.०८ |
११८.६५ |
२१.९० |
१५.२७ |
सिटीजन्स बैंक |
१४५.६० |
१३२.७५ |
२.६० |
९.११ |
एनसीसी बैंक |
१२२.२० |
११४.३० |
११.४० |
१३.२९ |
नेपाल एसबीआइ बैंक |
१०७.८४ |
१०९.२९ |
१.६२ |
७.७१ |
सिभिल बैंक |
९४.५९ |
८६.१० |
४.२५ |
३.०६ |
सेञ्चुरी बैंक |
९६.७१ |
८७.२१ |
-०.३२ |
५.९१ |
कर्जा–निक्षेप अनुपात (सीडी रेसियो) ९० प्रतिशत कायम गर्नुपर्नेमा आठओटा बैंकको पहिलो त्रैमासमा नै ९० प्रतिशत नाघिसकेको छ । नेपाल इन्भेष्टमेन्ट, नेपाल एसबीआई, हिमालयन, कुमारी, एनएमबी, मेगा, बैंक अफ काठमाडौँ र प्राइम बैंकको सीडी रेसियो पहिलो त्रैमासमा नै नियामकीय सीमाभन्दा माथि गएको छ ।
मुद्दती निक्षेपको ब्याजदर एकल अंकमा सीमित गर्ने (१० प्रतिशतभन्दा तल) गर्ने नेपाल राष्ट्र बैंकको प्रयासका बाबजूद पनि बैंकहरूले कर्जाको आधार ब्याजदर माथि लगेका छन् । बैंकहरूमध्ये सबैभन्दा कम आधार ब्याजदर स्ट्यान्डर्ड चार्टर्ड बैंकको ५.१८ प्रतिशत र मेगा बैंकको सबैभन्दा बढी ९.८१ प्रतिशत रहेको छ ।
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